“Taaki Sanad Rahe (Hindi)” has been added to your cart. View cart
THE BOY IN SAGE GREEN
₹110.00
Author: SHIVI
Language : English
paperback : 31 pages
ISBN-13 : 978-93-6884-629-1
Country of Origin : India
Publisher : Book Rivers(12 March 2025)
Category: POETRY
Related products
Mohan Mere Meet (Hindi)
₹149.00
वास्तव में गोपियों के प्रेेम पर कुछ लिखना मुझ सरीखे साधारण मनुष्य के लिए अधिकार की बात नहीं हैं। गोपियों के प्रेम के रहस्य को परम भक्त ही जान सकता हैं, जिसपर श्रीमती राधिका जी और करूणा वरूणालय श्री कृष्ण की कृपा करेंगे वहीं जान, (लिख) सकता हैं। क्योंकि गोपियों का प्रेम भगवान वासुदेव के प्रति विशुद्ध है, गोपियों का प्रेम कल्पना प्रीत, अलौकिक और अप्राकृत है। बृज के सारे ब्रजवासी भगवान की माया से मुक्त है और भगवान श्याम सुन्दर की आनन्द शक्ति योग माया श्री राधिका जी की ही अध्यक्षता में भगवान श्री कृष्ण की मधुर लीला में योग देने के लिए ब्रज में गोपियों के रूप में ब्रज मँडल में प्रगट हुए है।
Unmukt Chhand (Hindi)
₹135.00
तीनों रचनाकार नितिन श्रीवास्तव, दुर्गा ठाकरे, दीपक बरनवाल भिन्न भिन्न पृष्ठभूमि से जुड़े हुए हैं और उनका साथ आकर एक साथ योगदान करके उन्मुक्त छंद की रचना करना अपने आप में एक बहुत ही बड़े सामंजस्य और समझ बुझ का परिचायक है। इनके साथ आने का संयोग अवश्य ही बहुत शुभ था जो कि अंततः उन्मुक्त छंद की प्रणेता बनी। तीनों ने ही अपनी अपनी जीविकोपार्जन के दौरान विभिन्न प्रकार के अनुभवों एवं विभिन्न प्रकार के विद्वानों से तरह तरह से अभिमुख हुए और उन्ही संगतियों और विसंगतियों के बीच बहुत कुछ सीखा और समझा है, हमें अपने विद्वता का दम्भ भरने का साहस कदापि नहीं कर सकते परंतु उन्मुक्त छन्द के द्वारा समाज के समझ अनुभवों को प्रस्तुत करने का प्रयास कर रहे हैं और उम्मीद करते हैं आपको पसंद आएगी। हमारे जीवन में घटित होने वाले घटनाओं से उपजित भावों का संग्रह है, उन्मुक्त छन्द में हमनें सभी तरह के भावों को संजोने का प्रयास किया है चाहे वह प्रेम हो, जीवन पथ में आने वाले तरह तरह के संघर्ष हों, सामाजिक बुराइयों की आलोचना हो, सामाजिक तंत्र से फैली असमानता हो या गुदगुदाते काव्य हों, सभी को हमनें आपके सम्मुख समान भाव से प्रस्तुत करने की चेष्ठा की है। अभी अभी तो उदित हुए हैं, कि, कहीं दूर अनंत है अपना अंत। लक्ष्य एक इस जीवन का, कि, दर्शित काव्य हो हमारा दिग दिगंत। उन्मुक्त छन्द
Pitthu Garam
₹149.00
काव्य संग्रह का शीर्षक पिट्ठू गरम है पढ़कर मन में यह जरूर लगेगा कि आखिर इसका अर्थ क्या है किन्तु जब शब्दों की यही सादगी अपने काव्य के लालित्य से आनंद की महक बिखेरती है तो यह चर्चित काव्य संग्रह को पढ़ने मन मचल उठता है। कवि अंकुर सिंह को इस सार्थक और प्रशंसनीय लेखन के लिए हार्दिक बधाई और बहुत सारी शुभकामनाएं।
Avani Se Amber Tak (Hindi)
₹199.00
‘‘इसमे बुराई क्या हैं ? संदेSH पहुँचाना पुण्य का काम है और तुम्हंE तो इस काम के पैसे भी मिलते हैं। आज के जमानE में डाकिए की नौकरी भी क्या कम हैं ?‘‘ अजय चिढक़र माहेर लगाने लगा। पOस्टमास्टर लौट आया और कुर्सी पर बैठकर बीडी़ पीने लगा। फिर बोला-‘‘अब जाओ भी, चिट्ठियाँ न हीं बांटनी क्या ?‘‘
I WISH I COULD THE SEARCH AND THE CONTACT
₹149.00
it was so lovely, so shining can i describe it enough? matchless was my sweetheart! missing somewhere in self-being i should have let it go rough perhaps, it was too much care! it was the bonding, not a bondage bouts were just the mere everything was so dreamy souls knew the way, but the life defeated it miserably i thought i will handle it well nodding was not easier, but obligations created a shell i believed love is an art, can‟t be perfected, never be completed through this endless lane, we fell apart and one fine day love and life reasoned and declared to walk away.
Geetika Gunjan (Hindi)
₹129.00
Product details
- Publisher : Book Rivers (25 August 2020)
- Language : Hindi
- Paperback : 111 pages
- ISBN-10 : 9389914590
- ISBN-13 : 978-9389914597
- Country of Origin : India
- Generic Name : Book
पहला कदम (Pehla Kadam) (Hindi)
₹199.00
पहला कदम नाम कि किताब में प्रिय जनो के लिए कई सारी कविताएं है। लेखिका ने बरेली उत्तर प्रदेश से अपने चाहने वालो के बारे में सभी भावनाओ को कलम बद्घ करने का बीड़ा उठाया है और लेखन की इस दुनिया में उनकी यात्रा कैसे शुरू हुई इसका भी उल्लेख है । यहां इस दुनिया में आम इंसान की तरह सफर तो सभी करते है पर जो आम से खास तक का सफर तय कर के उसे पार कर लेते है वहीं असल मायने में अपनी जंग जीत जाते है कुछ ऐसा ही सफर लेखिका कृतिशा ( चिरैया) ने भी तय किया है। "इस चिरैया को किसी पिंजरे और कैद की जरूरत नहीं क्यूंकि अपनी रियासत की रानी भी यही है, साम्राज्य भी इसका , राज भी और यहां की हुकूमत भी " " शिक्षिका हूं मै किताबो से बढ़कर, ज़िन्दगी सही तरीके से जीना का ढंग सिखा सकती हूं मै इंसान को असल मैयनो में इंसान बना सकती हूं।
Ret Par Nadi (Hindi)
₹149.00
नदी में तृप्त आनंदित और शीतलता का विशेष गुण होता है। वह जब अपनी मंजिल की ओर बढ़ती है, तो राह में आने वाली अवरुद्धता और बाधाओं रूपी चुनौतियों को स्वीकारते बढ़ती है। नदी का पर्याय सरिता है। सरिता की प्रकृति प्रवाहित होना है, यद्यपि प्रवाह का भाव देने और शब्द को अलंकृत करते संस्कृत के इस सुंदर शब्द संहिता का प्रयोग स्थान.स्थान पर किया जाता रहा है।
Reviews
There are no reviews yet.