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Hindi Bhasha, Sujhaw aur Vimarsh
₹250.00 Original price was: ₹250.00.₹240.00Current price is: ₹240.00.
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MACHINE LEARNING FOR BUSINESS
₹210.00 Original price was: ₹210.00.₹200.00Current price is: ₹200.00.
Man Ki Bithiya Kavita Sangrah
₹310.00 Original price was: ₹310.00.₹300.00Current price is: ₹300.00.
- Author: –Alok Sinha
- Language : Hindi
- Paperback : 120 pages
- ISBN-13 : 978-93-5515-121-6
- Country of Origin : India
- Generic Name : Poetry
- Publisher : Book Rivers(13 July 2022)
Category: POETRY
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Sulagte Lafz
₹139.00
Product details
- Publisher : Book Rivers (9 December 2020)
- Language : English
- Paperback : 73 pages
- ISBN-10 : 9388727045
- ISBN-13 : 978-9388727044
- Country of Origin : India
Uski Aakar Baaton Main (Hindi)
₹190.00
नमस्कार, वर्ष 1990 के पूर्व से काव्यधाराएँ मुझे अपनी आरे आकर्षित करने लगी थीं। परन्तु उन कविताओं, गीतो ंमें मेरा अपना क्या था, मुझे समझ नहीं आता था। वर्ष 1990 मे ंजब मैं कक्षा 10वीं में अध्ययनरत था उन दिनो ंमंैन ेएक छन्दात्मक कविता जिसका शीर्षक ‘‘सपना‘‘ लिखी और उसी को मैं अपनी पहली रचना मानता हँू। जिसे मेर ेसहपाठी यारों ने खबू सुना व सराहा खास कर वर्तमान में रीवा मे ंरहन ेवाले मेरे मित्र श्री बृजेश अग्निहोत्री को आज भी यह रचना बहुत पसंद है। छन्दात्मक रचनाओ ंके बाद मैंने अतुकांत रचनाएँ भी लिखीं पर समय के परिवर्तन न ेमुझमे ंभी परिवर्तन लाया और मैं गीत, गज़ल आदि भी लिखने लगा। इसी दौरान मैंन ेआकाशवाणी एवं मंचीय कवि सम्मेलनों मे ंकाव्यपाठ किया। उसी समय से प्रदेश की विभिन्न पत्र पत्रिकाओं मे ंमेरी रचनाओं का प्रकाशन होता रहा है। मैं शुरू से ही अपना नाम ‘‘कुमार सागर‘‘ लिखता आ रहा हूँ। मैंने वर्ष 1995-96 मे ं एक अखिल भारतीय कविसम्मेलन (दमोह) में भी भाग लिया, जिसके आयाजेक, संयाजेक व मंचीय कवि कौन-कौन थे मुझे याद नहीं, परन्तु यह याद है कि मंच का संचालन श्री अशाके चक्रधर जी ने किया था एव ंआदरणीय कुमार विश्वास भी उस मंच पर थे। उस समय भी लोग न ेश्री विश्वास जी को बहुत सुनना था, हम लागे ांे न े काव्यपाठ किया। दसू र े दिन तीन-चार कवियांे के बीच समाचार पत्रों में मेरा चित्र भी प्रकाशित हुआ, जिससे काव्य-रचना के प्रति मेरा रूझान और भी बढ़ा।
Unmukt Chhand (Hindi)
₹135.00
तीनों रचनाकार नितिन श्रीवास्तव, दुर्गा ठाकरे, दीपक बरनवाल भिन्न भिन्न पृष्ठभूमि से जुड़े हुए हैं और उनका साथ आकर एक साथ योगदान करके उन्मुक्त छंद की रचना करना अपने आप में एक बहुत ही बड़े सामंजस्य और समझ बुझ का परिचायक है। इनके साथ आने का संयोग अवश्य ही बहुत शुभ था जो कि अंततः उन्मुक्त छंद की प्रणेता बनी। तीनों ने ही अपनी अपनी जीविकोपार्जन के दौरान विभिन्न प्रकार के अनुभवों एवं विभिन्न प्रकार के विद्वानों से तरह तरह से अभिमुख हुए और उन्ही संगतियों और विसंगतियों के बीच बहुत कुछ सीखा और समझा है, हमें अपने विद्वता का दम्भ भरने का साहस कदापि नहीं कर सकते परंतु उन्मुक्त छन्द के द्वारा समाज के समझ अनुभवों को प्रस्तुत करने का प्रयास कर रहे हैं और उम्मीद करते हैं आपको पसंद आएगी। हमारे जीवन में घटित होने वाले घटनाओं से उपजित भावों का संग्रह है, उन्मुक्त छन्द में हमनें सभी तरह के भावों को संजोने का प्रयास किया है चाहे वह प्रेम हो, जीवन पथ में आने वाले तरह तरह के संघर्ष हों, सामाजिक बुराइयों की आलोचना हो, सामाजिक तंत्र से फैली असमानता हो या गुदगुदाते काव्य हों, सभी को हमनें आपके सम्मुख समान भाव से प्रस्तुत करने की चेष्ठा की है। अभी अभी तो उदित हुए हैं, कि, कहीं दूर अनंत है अपना अंत। लक्ष्य एक इस जीवन का, कि, दर्शित काव्य हो हमारा दिग दिगंत। उन्मुक्त छन्द
Chahat Ka kamal Safalta ki Chabhi (Hindi)
₹175.00
सरल और आसान भाषा में लिखी गई यह किताब सांसारिक जीवन में प्यार और पति-पत्नी के प्यार और उनके तथा परिवार के सम्बन्धों पर लिखी गई है। जो जीवन में आने वाली समस्याओं का समाधान बताती है। ताकि हमारा सांसारिक जीवन सुखमय हो और किस तरह से पति-पत्नी इस जीवन मं आनंदपूर्वक जीवन का आनंद उठा सकें तथा अपने सम्बन्धों को प्रेम पूर्ण बना कर अपने जीवन को उत्सव बनाया जाए! कैसे जीवन को धरती का स्वर्ग बनाएं ? वे कौन सी शक्तियां है जो हमें जीवन की हर समस्या का समाधान देती हैं। अपने जीवन को स्वर्ग बनाना अपनी सोच पर निर्भर करता है।
Taaki Sanad Rahe (Hindi)
₹199.00
Product details
- Publisher : Book River (1 January 2021)
- Language : Hindi
- Item Weight : 200 g
- Dimensions : 12 x 2 x 21 cm
- Country of Origin : India
Pitthu Garam
₹149.00
काव्य संग्रह का शीर्षक पिट्ठू गरम है पढ़कर मन में यह जरूर लगेगा कि आखिर इसका अर्थ क्या है किन्तु जब शब्दों की यही सादगी अपने काव्य के लालित्य से आनंद की महक बिखेरती है तो यह चर्चित काव्य संग्रह को पढ़ने मन मचल उठता है। कवि अंकुर सिंह को इस सार्थक और प्रशंसनीय लेखन के लिए हार्दिक बधाई और बहुत सारी शुभकामनाएं।
The Subconscious Tales
Desçription:Hey Moon, Do you know how it feels?, Broken Heart, Anxiety, Love, Shoes of a Woman, Painful Goodbyes, Hope, Expectations, Sometimes, Lost, Caged and many more. These are some of the poetries and topics you will love reading and I am sure if you read it you can relate some of the writings with yourself too because the writers here are very passionate. Don't just read it feel the depth of each word inked on the papers of this book. The body is in your hand, flip the pages one by one and encounter with it's soul which is made out of the feelings and emotions of different writers from around the Country. Some Anthologies are meant to be read, loved and passed on. The Subconscious Tales is one of them.
Kalchakra Ko Chalne de (Hindi)
₹150.00
Product details
- Publisher : Book River; 1st edition (1 January 2021)
- Language : Hindi
- Item Weight : 200 g
- Dimensions : 12 x 2 x 21 cm
- Country of Origin : India
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