“पहला कदम (Pehla Kadam) (Hindi)” has been added to your cart. View cart
-6%
Previous product
Back to products
GREEN MARKETING PROBLEMS & PROSPECTS
₹500.00 Original price was: ₹500.00.₹480.00Current price is: ₹480.00.
Next product
Jeb Khali Hai
₹180.00 Original price was: ₹180.00.₹175.00Current price is: ₹175.00.
Cehre Par Chehra
₹170.00 Original price was: ₹170.00.₹160.00Current price is: ₹160.00.
- Author: CL Mishra “Sahil”
- Language : English
- Paperback : 159 pages
- ISBN-13 : 978-93-91000-06-6
- Country of Origin : India
- Generic Name : POetry
- Publisher : Book Rivers (01 August 2021
Category: POETRY
Related products
Taaki Sanad Rahe (Hindi)
₹199.00
Product details
- Publisher : Book River (1 January 2021)
- Language : Hindi
- Item Weight : 200 g
- Dimensions : 12 x 2 x 21 cm
- Country of Origin : India
Guldasta-E-Rubayiyaat (Hindi) Hardcover
₹249.00
Product details
- ASIN : B08T5PCWM6
- Publisher : Book River (1 January 2021)
- Language : Hindi
- Item Weight : 350 g
- Dimensions : 12 x 2 x 21 cm
Dard Ke Saye (Hindi)
₹150.00
इस पुस्तक के लेखक दर्शन कुमार वसन का जन्म जम्मू ( जम्मू कश्मीर ) में 1953 में हुआ। 1975 में जम्मू विश्वविद्यालय से कैमिस्ट्री में एम एस सी की। 1976 में भारत सरकार की सेवा में चण्डीगढ़, भुवनेश्वर और लुधियाना में रहे। 2013 में पंजाब कृषि विश्वविद्यालय लुधियाना कैम्पस में स्थित केन्द्रीय सरकार के भारतीय अनाज संचयन प्रबंधन एवं अनुसंधान संस्थान से सहायक निदेशक के पद पर से सेवा निवृति प्राप्त की। इस से पहले 10 लघु नाटकों का संग्रह " खोये चेहरे का दर्द प्रकाशित हो चुका है।
Dhai Akhar (Hindi)
₹179.00
सुबह की धूप का उगना कविता है तो साँझ को सूरज का ढ़लना भी एक कविता है।होली के गीत गाना कविता हो जाता है तो दीवाली के दीपों का प्रज्वलन कविता की सुंदर बानगी है। कविता के अनेक रंग हैए अनेक रूप हैं और अनेक मायने हैं। कविता कभी जीवन का लिबास हो जाती है तो कभी नदी के प्राकृतिक रूप में ढल कर अपने होने का एहसास करा जाती है।दरअसल जिस भी भाव में संवेदना है वह कविता सरीखी हो जाती है। इस कविता संग्रह ढाई आखर के रचनाकार एक नवोदित मगर एक समर्पित भाव के कवि हैं। वे मूलतः छंदों में लिखते हैं। उनके छंद फेसबुक पर फेसबुक के अनेक साहित्यिक समूहों पर धूम मचाते पढ़े जा सकते हैं। संभवतः ऐसा कोई भी रनिंग ग्रुप नहीं होगा जिसमें उनके छंदों का पदार्पण न हुआ हो। बलबीर सिंह वर्मा फेसबुक के कई ग्रुप के चहेते रचनाकार हैं और उनके छंद विभिन्न प्रतियोगिताओं में शताधिक अवार्ड सम्मान पुरस्कार प्रशंसा पत्र सांत्वना पत्र ग्रहण कर चुके हैं और उनकी यह काव्य यात्रा निरंतर बढ़.चढ़कर जारी है।
Motiyon Se Alfaz (Hindi)
₹150.00
चाँद को चाँद चाहिए, फिर मैं इक और चाँद कहाँ से लाऊं। इस जहाँ में नामुमकिन है तो, इक नया जहाँ बनाऊं। सुना है तू चैदहवीं का चाँद, तेरे नैनों से नूर बरसता है। चाँद तुझसे शरमाता है, होठों से शुरूर टपकता है।
Avani Se Amber Tak (Hindi)
₹199.00
‘‘इसमे बुराई क्या हैं ? संदेSH पहुँचाना पुण्य का काम है और तुम्हंE तो इस काम के पैसे भी मिलते हैं। आज के जमानE में डाकिए की नौकरी भी क्या कम हैं ?‘‘ अजय चिढक़र माहेर लगाने लगा। पOस्टमास्टर लौट आया और कुर्सी पर बैठकर बीडी़ पीने लगा। फिर बोला-‘‘अब जाओ भी, चिट्ठियाँ न हीं बांटनी क्या ?‘‘
पहला कदम (Pehla Kadam) (Hindi)
₹199.00
पहला कदम नाम कि किताब में प्रिय जनो के लिए कई सारी कविताएं है। लेखिका ने बरेली उत्तर प्रदेश से अपने चाहने वालो के बारे में सभी भावनाओ को कलम बद्घ करने का बीड़ा उठाया है और लेखन की इस दुनिया में उनकी यात्रा कैसे शुरू हुई इसका भी उल्लेख है । यहां इस दुनिया में आम इंसान की तरह सफर तो सभी करते है पर जो आम से खास तक का सफर तय कर के उसे पार कर लेते है वहीं असल मायने में अपनी जंग जीत जाते है कुछ ऐसा ही सफर लेखिका कृतिशा ( चिरैया) ने भी तय किया है। "इस चिरैया को किसी पिंजरे और कैद की जरूरत नहीं क्यूंकि अपनी रियासत की रानी भी यही है, साम्राज्य भी इसका , राज भी और यहां की हुकूमत भी " " शिक्षिका हूं मै किताबो से बढ़कर, ज़िन्दगी सही तरीके से जीना का ढंग सिखा सकती हूं मै इंसान को असल मैयनो में इंसान बना सकती हूं।
Lyrical Journey
₹149.00
Lyrical Journey is a collection of poetry about the ups and downs of India, a country whose heart is always filled with hope even in the dark conditions. A collection of 24 poems gives you a striking feature of different phases encountered by country people. Being Indian is itself a complete sense of entirety and that's what the poet wants to describe here in these poems
Reviews
There are no reviews yet.