“Desh Hmara Badal Rha (Hindi)” has been added to your cart. View cart
-4%
Previous product
Back to products
AUTOMATA THEORY AND COMPUTABILITY
₹599.00 Original price was: ₹599.00.₹570.00Current price is: ₹570.00.
Next product
What if I was alive?
₹129.00 Original price was: ₹129.00.₹110.00Current price is: ₹110.00.
Atma Ki Awaj
₹140.00 Original price was: ₹140.00.₹135.00Current price is: ₹135.00.
- Author: : Sanjay Kaushik “Satyen”
- Language : Hindi
- Paperback : 150 pages
- ISBN-13 : 978-9389914108
- Country of Origin : India
- Generic Name : Hindi
- Publisher : Book Rivers(25 November 2021
Category: POETRY
Related products
Guldasta-E-Rubayiyaat (Hindi) Hardcover
₹249.00
Product details
- ASIN : B08T5PCWM6
- Publisher : Book River (1 January 2021)
- Language : Hindi
- Item Weight : 350 g
- Dimensions : 12 x 2 x 21 cm
Aviral (Hindi)
₹169.00
Product details
- Publisher : Book River (1 January 2021)
- Language : Hindi
- Item Weight : 200 g
- Dimensions : 12 x 2 x 21 cm
Chahat Ka kamal Safalta ki Chabhi (Hindi)
₹175.00
सरल और आसान भाषा में लिखी गई यह किताब सांसारिक जीवन में प्यार और पति-पत्नी के प्यार और उनके तथा परिवार के सम्बन्धों पर लिखी गई है। जो जीवन में आने वाली समस्याओं का समाधान बताती है। ताकि हमारा सांसारिक जीवन सुखमय हो और किस तरह से पति-पत्नी इस जीवन मं आनंदपूर्वक जीवन का आनंद उठा सकें तथा अपने सम्बन्धों को प्रेम पूर्ण बना कर अपने जीवन को उत्सव बनाया जाए! कैसे जीवन को धरती का स्वर्ग बनाएं ? वे कौन सी शक्तियां है जो हमें जीवन की हर समस्या का समाधान देती हैं। अपने जीवन को स्वर्ग बनाना अपनी सोच पर निर्भर करता है।
Lyrical Journey
₹149.00
Lyrical Journey is a collection of poetry about the ups and downs of India, a country whose heart is always filled with hope even in the dark conditions. A collection of 24 poems gives you a striking feature of different phases encountered by country people. Being Indian is itself a complete sense of entirety and that's what the poet wants to describe here in these poems
Geetika Gunjan (Hindi)
₹129.00
Product details
- Publisher : Book Rivers (25 August 2020)
- Language : Hindi
- Paperback : 111 pages
- ISBN-10 : 9389914590
- ISBN-13 : 978-9389914597
- Country of Origin : India
- Generic Name : Book
I WISH I COULD THE SEARCH AND THE CONTACT
₹149.00
it was so lovely, so shining can i describe it enough? matchless was my sweetheart! missing somewhere in self-being i should have let it go rough perhaps, it was too much care! it was the bonding, not a bondage bouts were just the mere everything was so dreamy souls knew the way, but the life defeated it miserably i thought i will handle it well nodding was not easier, but obligations created a shell i believed love is an art, can‟t be perfected, never be completed through this endless lane, we fell apart and one fine day love and life reasoned and declared to walk away.
Unmukt Chhand (Hindi)
₹135.00
तीनों रचनाकार नितिन श्रीवास्तव, दुर्गा ठाकरे, दीपक बरनवाल भिन्न भिन्न पृष्ठभूमि से जुड़े हुए हैं और उनका साथ आकर एक साथ योगदान करके उन्मुक्त छंद की रचना करना अपने आप में एक बहुत ही बड़े सामंजस्य और समझ बुझ का परिचायक है। इनके साथ आने का संयोग अवश्य ही बहुत शुभ था जो कि अंततः उन्मुक्त छंद की प्रणेता बनी। तीनों ने ही अपनी अपनी जीविकोपार्जन के दौरान विभिन्न प्रकार के अनुभवों एवं विभिन्न प्रकार के विद्वानों से तरह तरह से अभिमुख हुए और उन्ही संगतियों और विसंगतियों के बीच बहुत कुछ सीखा और समझा है, हमें अपने विद्वता का दम्भ भरने का साहस कदापि नहीं कर सकते परंतु उन्मुक्त छन्द के द्वारा समाज के समझ अनुभवों को प्रस्तुत करने का प्रयास कर रहे हैं और उम्मीद करते हैं आपको पसंद आएगी। हमारे जीवन में घटित होने वाले घटनाओं से उपजित भावों का संग्रह है, उन्मुक्त छन्द में हमनें सभी तरह के भावों को संजोने का प्रयास किया है चाहे वह प्रेम हो, जीवन पथ में आने वाले तरह तरह के संघर्ष हों, सामाजिक बुराइयों की आलोचना हो, सामाजिक तंत्र से फैली असमानता हो या गुदगुदाते काव्य हों, सभी को हमनें आपके सम्मुख समान भाव से प्रस्तुत करने की चेष्ठा की है। अभी अभी तो उदित हुए हैं, कि, कहीं दूर अनंत है अपना अंत। लक्ष्य एक इस जीवन का, कि, दर्शित काव्य हो हमारा दिग दिगंत। उन्मुक्त छन्द
Dhai Akhar (Hindi)
₹179.00
सुबह की धूप का उगना कविता है तो साँझ को सूरज का ढ़लना भी एक कविता है।होली के गीत गाना कविता हो जाता है तो दीवाली के दीपों का प्रज्वलन कविता की सुंदर बानगी है। कविता के अनेक रंग हैए अनेक रूप हैं और अनेक मायने हैं। कविता कभी जीवन का लिबास हो जाती है तो कभी नदी के प्राकृतिक रूप में ढल कर अपने होने का एहसास करा जाती है।दरअसल जिस भी भाव में संवेदना है वह कविता सरीखी हो जाती है। इस कविता संग्रह ढाई आखर के रचनाकार एक नवोदित मगर एक समर्पित भाव के कवि हैं। वे मूलतः छंदों में लिखते हैं। उनके छंद फेसबुक पर फेसबुक के अनेक साहित्यिक समूहों पर धूम मचाते पढ़े जा सकते हैं। संभवतः ऐसा कोई भी रनिंग ग्रुप नहीं होगा जिसमें उनके छंदों का पदार्पण न हुआ हो। बलबीर सिंह वर्मा फेसबुक के कई ग्रुप के चहेते रचनाकार हैं और उनके छंद विभिन्न प्रतियोगिताओं में शताधिक अवार्ड सम्मान पुरस्कार प्रशंसा पत्र सांत्वना पत्र ग्रहण कर चुके हैं और उनकी यह काव्य यात्रा निरंतर बढ़.चढ़कर जारी है।
Reviews
There are no reviews yet.