“Ret Par Nadi (Hindi)” has been added to your cart. View cart
मै बपुरा बूडन डरा – Main Bapura Budhan Dara (Hindi
₹199.00
Product details
- Publisher : Book Rivers; First Edition (14 September 2019)
- Language : Hindi
- Paperback : 192 pages
- ISBN-10 : 8194236312
- ISBN-13 : 978-8194236313
- Dimensions : 1.1 x 1.3 x 2.1 cm
- Country of Origin : British Indian Ocean Territory
- Generic Name : Books
10 in stock
SKU: book110
Category: NON-FICTION
Additional information
Weight | 200 g |
---|---|
Dimensions | 12 × 2 × 21 cm |
Reviews (0)
Be the first to review “मै बपुरा बूडन डरा – Main Bapura Budhan Dara (Hindi” Cancel reply
Related products
Purwaai
₹150.00
हावड़ा मेल अपनी पूरी रफ्तार से चली जा रही थी। निशा आज पूरे एक साल के बाद मायके जा रही थी। उसे पता हंै, कि पापा, बड़ े भईया उसे लने े स्टेशन पर आए ही होगे।ं मांँ बड़ी माँ और भाई-बहनों की पूरी पलटन घर के बाहर वाले बरामदे पर ही खड़ े प्रतीक्षा कर रहे होगे।ं दौड़कर सबसे गले ं मिलूँगी। माँ की ममता भरी गोद और भाई-बहनो ं की चुहल बाजियाँ की याद आत े ही निशी फिर से बचपन की स्मृतियो ं मंे खो ं गई सामने की बर्थ पर पति सुधांशु सोए हुए हंै। खिड़की के पास बैठी निशा अपन े अतीत के पन्नो ं को शनैः शनैः पलटने लगी।
ZERO BRIDGE & THE HANGING RIVER
₹226.00
Looking down the river Jhelum, from the middle of the Zero Bridge, I always felt lighter, and my spirits uplifted. I always felt its serpentine stream whispering into my ears. Though I could not make much out of those whispers. I was just a young teenager full of exuberance and energy. A chrysalis jostling to open the wings. An embryo ready to break the shell. Restless kitten hustling around in its own bliss.
Aghori Baba Ki Gita (Vigyan ki punarsthapna) (Hindi)
इस कहानी के मुख्य पात्र की यात्रा अब शुरू होती है, अलीगढ़ की जहाँ एक झाड़ू लगाने वाला मेहतर, जिसके बारे में प्रसिद्ध है कि वो शास्त्रों को बहुत बड़ा ज्ञाता है, उसके पास जाना है ! लेकिन क्या एक ब्राहमण को ज्ञान की तलाश में, एक मेहतर से भगवद्गीता को समझना चाहिये ? क्या उसके पास इतना ज्ञान है भी, जो उसके पास जाया भी जाए ! किन्तु जब मुख्य पात्र, अलीगढ़ में किशोर नाम के उस मेहतर से मिलता है, तो भौचक्का रह जाता है धर्म को लेकर, जाति व्यवस्था को लेकर, वर्ण व्यवस्था पर, कर्म और उसके फल, शास्त्रों के विभिन्न शब्दों के अर्थ जैसे अहिंसा परमो धर्मः ज्योतिष, गणित, छंद शास्त्र आदि पर जैसी बातें उस मेहतर को पता हैं, वैसी बातें तो बड़े बड़े पंडितों को नहीं पता ज्ञान प्राप्ति की चाह में, मुख्य पात्र, उस मेहतर से, सीखता है, गीता में लिखित गूढ़ ज्ञान और कर्मयोग छंद शास्त्र से बाइनरी सिस्टम, धनुर्वेद से पदम, बवेपदम आदि, शास्त्रों की कथाओं में छिपा खगोल विज्ञान, जिसमें बात है, सोलर सिस्टम के दसवें ग्रह की द्य ऐसी अनेकों रहस्यमयी बातों का पिटारा है, किशोर जी लेकिन जैसा कि हर पढ़ाई के बाद होता है, यहाँ भी, पढ़ाने के बाद किशोर जी ने, मुख्य पात्र की परीक्षा ली और परीक्षा थी, परोपकार करने की जिसमें मुख्य पात्र फेल हो गया, वो एक ऐसा परोपकार नहीं कर पाया, जिससे योगी होने के मार्ग पर वो आगे बढ़ सके फिर क्या हुआ ? क्या मुख्य पात्र को भगवद्गीता का गूढ़ रहस्य समझ आया ? क्या परीक्षा में फेल होने के बाद, उसकी ज्ञानयात्रा भी समाप्त हो गयी क्या एक ब्राहमण का, एक मेहतर से, शास्त्रों का ज्ञान लेना उचित है ? ऐसे सभी प्रश्नों के उत्तर हैं, इस अघोरी बाबा की गीता में
VIBRATIONS
₹99.00
Product details
- Publisher : Book rivers (31 August 2020)
- Language : English
- Paperback : 52 pages
- ISBN-10 : 9389914833
- ISBN-13 : 978-9389914832
- Country of Origin : India
- Generic Name : Books
Manav Jeevan Ki Raah ( Hindi)
देवता भी स्वर्ग मे यह गीत गाते हैं कि भारत भूमि मे उत्पन्न होने वाल ेलागे धन्य है। यह भारत स्वर्ग और मोक्ष का सेतु है। स्वर्ग में सुखों को भोग लेने के बाद देवता भी भारत भूमि पर फिर जन्म लेते है।।
Unmukt Chhand (Hindi)
₹135.00
तीनों रचनाकार नितिन श्रीवास्तव, दुर्गा ठाकरे, दीपक बरनवाल भिन्न भिन्न पृष्ठभूमि से जुड़े हुए हैं और उनका साथ आकर एक साथ योगदान करके उन्मुक्त छंद की रचना करना अपने आप में एक बहुत ही बड़े सामंजस्य और समझ बुझ का परिचायक है। इनके साथ आने का संयोग अवश्य ही बहुत शुभ था जो कि अंततः उन्मुक्त छंद की प्रणेता बनी। तीनों ने ही अपनी अपनी जीविकोपार्जन के दौरान विभिन्न प्रकार के अनुभवों एवं विभिन्न प्रकार के विद्वानों से तरह तरह से अभिमुख हुए और उन्ही संगतियों और विसंगतियों के बीच बहुत कुछ सीखा और समझा है, हमें अपने विद्वता का दम्भ भरने का साहस कदापि नहीं कर सकते परंतु उन्मुक्त छन्द के द्वारा समाज के समझ अनुभवों को प्रस्तुत करने का प्रयास कर रहे हैं और उम्मीद करते हैं आपको पसंद आएगी। हमारे जीवन में घटित होने वाले घटनाओं से उपजित भावों का संग्रह है, उन्मुक्त छन्द में हमनें सभी तरह के भावों को संजोने का प्रयास किया है चाहे वह प्रेम हो, जीवन पथ में आने वाले तरह तरह के संघर्ष हों, सामाजिक बुराइयों की आलोचना हो, सामाजिक तंत्र से फैली असमानता हो या गुदगुदाते काव्य हों, सभी को हमनें आपके सम्मुख समान भाव से प्रस्तुत करने की चेष्ठा की है। अभी अभी तो उदित हुए हैं, कि, कहीं दूर अनंत है अपना अंत। लक्ष्य एक इस जीवन का, कि, दर्शित काव्य हो हमारा दिग दिगंत। उन्मुक्त छन्द
BIO MATERIALS FOR DENTAL IMPLANTS
Many surgical procedures have been developed to restore more favorable anatomy for prosthesis support. They include vestibuloplasty, Vestibuloplasty with skin or mucosal grafting; and augmentation with bone grafting procedures. These procedures offered short-term improvement to denture stability and retention; however none showed long-term clinical success. Hence implant dentistry had evolved into a reasonably predictable treatment modality for the majority of such patients
Cleopatra (Middle English)
At the lobby the manager was waiting, it appeared that he was happy that tiger was sighted which meant that in actuality tigers make appearance. So all in all the group had spotted Cleopatra. There was no room for controversies, so they gleefully enjoyed the tea offered by the resort. Victorious, the group made their next move to the cottage for freshening up. Arnold spoke in a loud voice “boys and girls next meeting at eight PM in the lawn”.
Reviews
There are no reviews yet.